MeRi KaHaNi
Monday, 18 October 2010
अच्छाई पे बुराई की जीत या बुराई पे अच्छाई की जीत...जीत के लिए जरूरी है समर्पण की...किसी के लिए रावन कोई भी मायने रखता हो...पर मेरे लिए रावन का जरूरत है अपने अन्दर राम को पहचानने के लिए....आप सभी को विजयादशमी की सुभकामनाये.....:)
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