अन्ना आन्दोलन के खिलाफ बोलने वालो से निवेदन: १. आप अगर ज्ञानी है तो, आपने समाज बदलाव में कितना योगदान दिया है?
२. अगर आपके पास विकल्प है आन्दोलन का तो, अभी तक कहा सो रहे थे?
३. अगर सो नहीं रहे थे और प्रयास कर रहे थे बदलाव का तो, फेसबुक और ब्लॉगर के गलियो से निकल कर पंचायत के चौबारे तक क्यों नहीं आये?
४, अगर व्यवशाय,नाम कमाने की कोशिस कर रहे तो, इतना याद रखिये जिंदगी जी रहे है.पर आपका जिंदगी आने वाली पीढ़ी पर बोझ और गाली की तरह होगी ?
हर सिक्के के दो पहलु होते है.जरूरी ये है वो सिक्का काम का हो
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