Friday 20 March 2009

A STORY OF TRUE LOVE/ एक सच्चा प्यार की कहानी

क्या है सच्चा प्यार ? आओ सुनो एक कहानीएक चिडिया को एक सफ़ेद गुलाब से प्यार हो गया , उसने गुलाब को प्रपोस किया ,गुलाब ने जवाब दिया की जिस दिन मै लाल हो जाऊंगा उस दिन मै तुमसे प्यार करूँगा ,जवाब सुनके चिडिया गुलाब के आस पास काँटों में लोटने लगी और उसके खून से गुलाब लाल हो गया,ये देखके गुलाब ने भी उससे कहा की वो उससे प्यार करता है पर तब तक चिडिया मर चुकी थीइसीलिए कहा गया है की सच्चे प्यार का कभी भी इम्तहान नहीं लेना चाहिए,क्यूंकि सच्चा प्यार कभी इम्तहान का मोहताज नहीं होता है ,ये वो फलसफा; है जो आँखों से बया होता है ,ये जरूरी नहीं की तुम जिसे प्यार करो वो तुम्हे प्यार दे ,बल्कि जरूरी ये है की जो तुम्हे प्यार करे तुम उसे जी भर कर प्यार दो,फिर देखो ये दुनिया जन्नत सी लगेगीप्यार खुदा की ही बन्दगी है ,खुदा भी प्यार करने वालो के साथ रहता है,

9 comments:

  1. ब्लोगिंग जगत में स्वागत है
    लगातार लिखते रहने के लि‌ए शुभकामना‌एं
    सुन्दर रचना के लि‌ए बधा‌ई
    कविता,गज़ल और शेर के लि‌ए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
    http://www.rachanabharti.blogspot.com
    कहानी,लघुकथा एंव लेखों के लि‌ए मेरे दूसरे ब्लोग् पर स्वागत है
    http://www.swapnil98.blogspot.com
    रेखा चित्र एंव आर्ट के लि‌ए देखें
    http://chitrasansar.blogspot.com

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  2. बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

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  3. प्यार खुदा की ही बन्दगी है ,खुदा भी प्यार करने वालो के साथ रहता है, ...gooood!

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  4. sahi hai, yahan sab kuchh hai bas najar chahiye, narayan narayan

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  5. बहुत संदर विचार है आपके पर मेरे विचार से प्यार सिर्फ और सिर्फ आपसी तालमेल की बात है...आप प्यार करके सब कुछ खो भी सकते हैं और बहुत कुछ पा भी सकते हैं...ये सच है कि प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं देने का नाम है ...पर दे दे कर सिर्फ खोना पड़ता है और एक दिन हम जब ख़ुद को देखते है तो पाते है कि अब कुछ नहीं बचा देने को....क्यों कि सबकुछ दे चुके होते हैं.....इसलिए प्यार में एक हाथ लो तो दूसरे हाथ दो पर ये उम्मीद मत करो कि तुम अगर दे रहे हो तो तुम्हें मिलेगा ही....पर प्यार की उम्मीद तो कर ही सकते हो...

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  6. स्वागत है....ब्लौग का शीर्षक लिंग-दोष के कारण खटकता है, इसे ’मेरी कहानी’करें तो अच्छा हो.

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