चाहे जला दो तस्वीर मेरा, चाहे मेरा ख़त जला दो,
पर ये तो बताओ, मेरे यादो को कैसे मिटाओगी,
तुम्हारे दिल के किसी कोने में मेरा भी एक घर है
अब बताओ मेरी जान उसे कैसे जलाओगी.....
पर ये तो बताओ, मेरे यादो को कैसे मिटाओगी,
तुम्हारे दिल के किसी कोने में मेरा भी एक घर है
अब बताओ मेरी जान उसे कैसे जलाओगी.....
(शंकर शाह)
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